आनेवाले बजट (Budget 2020) में रेलवे (Railway) को मिलने वाली आर्थिक मदद में 10 से 12% तक की बढ़ोतरी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय (Finance Minister) का फोकस रेलवे में निजी निवेश बढ़ाने और यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्रालय को इस बजट से उम्मीद है की ज़्यादा आर्थिक मदद मिले. बजटीय राशि में 10-12% बढ़ोतरी मुमकिन है. बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिये रेल मंत्रालय को 65,873 करोड़ रुपये की बजटीय राशि मिली थी.
रेल मंत्रालय को 72,500 करोड़ से ज़्यादा आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद
सूत्रों का ये भी माना है कि इस बजट में रेल मंत्रालय को 72,500 करोड़ से ज़्यादा आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है. कैपेक्स यानी कैपिटल एक्सपेंडिचर में भी 18% बढ़ोतरी संभव है. मौज़ूदा वित्त वर्ष के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर 1.6 लाख करोड़ है. निजी निवेश बढ़ाने और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर होगा वित्त मंत्री का फोकस रहेगा.
यात्री किराये में घाटे को कम करने के लिए उठाया जाआएगा कदम
इसके अलावा रेल मंत्रालय यात्री किराये में हो रहे घाटे को कम करने के लिए उठाए जा सकते है. करीब 50 स्टेशनों को निजी मदद से सवारने की योजना है. ट्रैकों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के लिए मिल सकती है ज़्यादा राशि. सुरक्षा के लिहाज से स्टेशनों पर cctv कैमरा लगाने के काम को मिल सकती है गति. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिहाज से हो सकती है बड़ी घोषणा.